इतने खूबसूरत थे वो पल जो हमने साथ बिताए,
कितने हसीन थे मोहब्बत के वो लम्हें जो हमने दुनिया से छुपाए।
वो सिनेमा घर में चुपके से आपका हाथ थामना याद आता है,
वो रेस्टॉरंट में अपने पैरों को सटाना याद आता है,
लोगों की नज़रों से छुपाकर इशारों में प्यार करना याद अत है,
ज़िन्दगी से प्यार के एक एक लम्हे को चुराना याद आता है।
आपके साथ की हुई प्यार की बातें याद आती है,
आपकी खूबसूरत मुस्कराहट की याद सताती है,
आपको बाहों में भरकर जो सुकून मिला था उसकी याद हमें तड़पाती है,
आपके जिस्म पर अपना नाम लिखने की ख़ुशी हमें मारे जाती है।
तुझे भी मेरी याद सताती तो होगी,
तू भी रातों को तकिये को आंसुओ से भिगोती तो होगी,
मेरी बाहों में समा जाने के लिए तू भी तड़पती तो होगी,
हमेशा हमेशा के लिए मुझे अपना बनाना चाहती भी होगी।
जब इतना ख़ास प्यार है हमारा तो क्यों हैं ये दूरियाँ,
जब इतनी मोहब्बत है हममें तो क्यों हैं ये तन्हाईयाँ,
जब हमें दूर रहना ही नहीं तो कैसी है ये मज़बूरियाँ,
जब हमारी धड़कनें ही जुड़ गयी हैं तो कैसे अलग हो सकती है ज़िंदगियाँ।
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